टोक्यो। विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने बुधवार को यहां जापान के विदेश मंत्रालय के उप मंत्री मासाताका ओकानो के साथ सामरिक व्यापार और प्रौद्योगिकी सहित आर्थिक सुरक्षा पर भारत-जापान वार्ता के पहले दौर की सह-अध्यक्षता की।
20 अगस्त 2024 को नई दिल्ली में आयोजित भारत-जापान ‘टू प्लस टू’ मंत्रिस्तरीय बैठक के दौरान इस वार्ता की घोषणा की गई थी, जिसमें दोनों सरकारों के हितधारक मंत्रालयों, विभागों और एजेंसियों ने भाग लिया।
विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा बैठक ने संबंधित आर्थिक सुरक्षा नीतियों पर विचारों का आदान-प्रदान करने, औद्योगिक और तकनीकी लचीलापन बनाने के लिए साझेदारी को मजबूत करने और प्रमुख प्रौद्योगिकियों के अनुसंधान एवं अनुप्रयोग में सहयोग को बढ़ावा देने का अवसर प्रदान किया। इस दौरान दोनों पक्षों ने भारत और जापान में प्रासंगिक दिग्गजों के बीच व्यापार और शैक्षणिक साझेदारी के लिए नीति सुविधा के माध्यम से आर्थिक हितों की रक्षा और पहचाने गए क्षेत्रों में लचीली आपूर्ति श्रृंखलाओं तथा महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचे के निर्माण के लिए घनिष्ठ सहयोग की आवश्यकता को रेखांकित किया।
इसके साथ ही उन्होंने साझा हितों के क्षेत्रों में प्रतिभाओं के आदान-प्रदान और कौशल उन्नयन को सुगम बनाने के तरीकों पर भी विचार किया। दोनों पक्ष फोकस क्षेत्रों में समग्र सहयोग बढ़ाकर ठोस परिणाम लाने पर भी सहमत हुए। उन्होंने इस वार्ता को भारत-जापान विशेष रणनीतिक और वैश्विक साझेदारी में समकालीन प्रासंगिकता लाने के लिए एक महत्वपूर्ण और समयोचित कदम के रूप में मान्यता दी।
इस दौरान मिसरी ने जापानी उद्योग मंत्रालय के अंतर्राष्ट्रीय मामलों के उप मंत्री से भी मुलाकात की और दोनों देशों के बीच व्यापार एवं निवेश बढ़ाने पर उपयोगी चर्चा की। टोक्यो स्थित भारतीय दूतावास ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर लिखा विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने अर्थव्यवस्था, व्यापार एवं उद्योग मंत्रालय के अंतर्राष्ट्रीय मामलों के उप मंत्री टेकहिको मात्सुओ से मुलाकात की। दोनों के बीच हुई चर्चाओं में भारत-जापान द्विपक्षीय व्यापार और निवेश को सुगम बनाना शामिल रहा।
(रिपोर्ट. शाश्वत तिवारी)