लखनऊ। चिनहट के जुग्गौर में बुजुर्ग गोपी कश्यप की शनिवार देर रात हुई हत्या का पुलिस ने खुलासा कर उनके दामाद व तीन नातियों को गिरफ्तार कर लिया है। गोपी की बेशकीमती जमीन का तीन करोड़ रुपये में सौदा होने पर आरोपियों ने पैसे के लालच में वारदात अंजाम दी थी। पुलिस ने चारों को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया है।
जुग्गौर गांव में घर के बाहर बरामदे में सो रहे बुजुर्ग गोपी कश्यप (75) की शुक्रवार देर रात गला दबाकर हत्या कर दी गई थी। मामले में गोपी की पुत्री ऋतु कश्यप ने अज्ञात के खिलाफ हत्या की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। एसीपी विभूतिखंड अनूप कुमार सिंह ने बताया कि परिवारीजनों से पूछताछ में पता चला था कि गोपी ने अपनी जमीन का तीन करोड़ रुपये में किसी से सौदा किया था। एग्रीमेंट करने पर उन्हें 40 लाख रुपये मिल गए थे। शेष रकम प्लॉटिंग होने पर मिलनी थी। गोपी के तीन बेटियां सुनीता, मुन्नी व ऋतु हैं। तीनों शादीशुदा हैं मगर मायके में ही रहती हैं। एसीपी ने बताया कि जमीन की तीन करोड़ रकम किसे और कितनी-कितनी मिलेगी? इसे लेकर घर में कई बार झगड़ा हुआ था। इसकी जानकारी पर पुलिस ने गोपी की छोटी बेटी ऋतु के पति दिलीप, बड़ी बेटी के पुत्र जय सिंह उर्फ पिेंटू व शिव सिंह उर्फ टिंकू, मंझली बेटी के पुत्र मनीष को हिरासत में लेकर सख्ती से पूछताछ की। इस पर चारों लोगों ने गोपी की हत्या करना कुबूल कर लिया। बताया कि तीनों नातियों ने सोते वक्त गोपी के हाथ-पैर पकड़े थे और दामाद ने गला दबाकर हत्या की थी।
चिनहट इंस्पेक्टर घनश्याम मणि त्रिपाठी ने बताया कि आरोपी दिलीप बड़ा गांव, मसौली, बाराबंकी का रहने वाला है। जय सिंह उर्फ पिेंटू व शिव सिंह उर्फ टिंकू ग्राम बेलहटी, थाना कुर्सी, बाराबंकी के रहने वाले हैं। जबकि मनीष शहाबपुर, मसौली, बाराबंकी का रहने वाला है। मगर ये चारों लोग जुग्गौर में गोपी के घर पर ही रहते थे।
जिन्हें आसरा दिया, वही बने काल
लखनऊ। बुजुर्ग गोपी कश्यप व उनकी पत्नी श्यामा देवी के तीन बेटियां ही हैं। दंपती ने बेटियाें, दामादों व नातियों को अपने घर में आसरा दिया। संपत्ति भी इन्हीं लोगों को मिलनी थी। इसके बावजूद लालच के चलते दामाद व नातियों ने रिश्तों का भी खून कर दिया। वारदात के खुलासे से बुुजुर्ग श्यामा का रो-रोकर बेहाल हैं। जबकि ऋतु, सुनीता व मुन्नी भी पिता की हत्या में घर के लोगों के ही शामिल होने से हैरान हैं।