सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा अपने राजनीतिक स्वार्थ के लिए संवैधानिक संस्थाओं और सामाजिक मर्यादाओं को कमजोर कर रही है। देश को बचाना है तो भाजपा को सत्ता से बेदखल करना होगा। संविधान की उद्देशिका में उल्लिखित समाजवाद, पंथनिरपेक्षता और लोकतंत्र के लिए खतरा बढ़ा हुआ है।
अखिलेश यादव शनिवार को पार्टी मुख्यालय में बुद्धिजीवियों की संगोष्ठी में बोल रहे थे।
उन्होंने कहा कि भाजपा व उसके प्रायोजित छोटे-छोटे संगठनों का उपयोग सपा को रोकने की रणनीति के तहत किया जा रहा है। हमें पूरी ताकत से चुनौती स्वीकार है। भाजपा राज में नौजवान का भविष्य अंधेरे में है। सपा के साथ किसान, गरीब, श्रमिक, वकील, शिक्षक, डाक्टर और प्रबुद्ध समाज के अन्य वर्ग प्रारंभ से रहे हैं। सपा इनके हितों और सम्मान के लिए प्रतिबद्ध रही है। इस दौरान प्रबुद्धजनों ने कहा समाज का हर वर्ग अखिलेश की ओर आशा भरी निगाहों से देख रहा है। 2022 में परिवर्तन होना आवश्यक है। अंतर्राष्ट्रीय बौद्ध संस्थान, कुशीनगर के महेंद्र भंते और भंते नंदरतन ने अखिलेश को शाल और गौतमबुद्ध की मूर्ति देकर सम्मानित किया।