भारतीय सेना ने पैंगोंग त्सो झील के किनारे फिंगर 4 के पास कई चोटियों पर कब्जा कर लिया है. सूत्रों ने बताया कि भारतीय सेना ने अगस्त के आखिर में ही ऊंचाई वाले इलाकों पर कब्जा करने के लिए झील के दक्षिण से ऑपरेशन शुरू कर दिया था.
लद्दाख में जारी तनाव के बीच भारत चीन पर बढ़त बनाए हुए है. भारतीय सेना ने अब पैंगोंग सो झील के किनारे फिंगर 4 के पास कई चोटियों पर कब्जा कर लिया है. सूत्रों ने बताया कि भारतीय सेना ने अगस्त के आखिर में ही ऊंचाई वाले इलाकों पर कब्जा करने के लिए झील के दक्षिण से ऑपरेशन शुरू कर दिया था.
भारतीय सैनिकों की सफलता की ये जानकारी ऐसे समय आई है जब रूस की राजधानी मॉस्को में विदेश मंत्री एस जयशंकर अपने चीनी समकक्ष वांग यी से मुलाकात की. पूर्वी लद्दाख में सीमा पर तनाव के मद्देनजर दोनों विदेश मंत्रियों के बीच वार्ता हुई.
भारतीय क्षेत्र में घुसपैठ की कोशिश कर रहा है चीन
भारतीय जांबाजों के कारनामे से चीन बौखलाया हुआ है. वह लगातार भारतीय क्षेत्र में घुसपैठ की कोशिश कर रहा है. इससे पहले 29-30 अगस्त की रात चीनी सैनिकों ने पैंगोंग झील के दक्षिणी छोर की पहाड़ी पर कब्जे की कोशिश की थी, लेकिन भारतीय जवानों ने नाकाम कर दी. इसके बाद से चीन लगातार तीन बार घुसपैठ की कोशिश की, लेकिन हर बार उसकी साजिश को भारतीय सैनिकों ने नाकाम कर दिया.
7 सितंबर को दक्षिणी इलाके में चीन के सैनिकों ने भारतीय पोस्ट की तरफ बढ़ने की कोशिश की थी और चेतावनी के तौर पर फायरिंग की थी. भारत के सैनिकों ने उन्हें रोक दिया था. इस घटना की तस्वीर भी सामने आई थी, जिसमें चीन के सैनिक भाला, रॉड और धारदार हथियार लिए नजर आए.
जमीन पर स्थिति नाजुक
एक अधिकारी ने कहा कि जमीन पर स्थिति नाजुक है और एक फायरिंग से भी स्थिति नियंत्रण से बाहर हो सकती है. टकराव का फोकस पैंगोंग झील है, लेकिन अन्य क्षेत्रों में भी स्थिति ज्यादा बदली नहीं है. गोगरा-हॉट स्प्रिंग्स, देपसांग और दौलत बेग ओल्डी में भी तैनाती बढ़ रही है, लेकिन यहां कोई आमना-सामना नहीं हुआ है.
29-30 अगस्त के बाद बढ़ा तनाव
दोनों देश तनाव को कम को करने के लिए चार महीने से बातचीत कर रहे हैं, लेकिन इसके नतीजे देखने को नहीं मिल रहे हैं. 29-30 अगस्त को पैंगोंग झील के दक्षिणी तट पर टकराव की स्थिति के बाद तनाव और बढ़ गया. दोनों ही ओर से टैंकों और सैनिकों की तैनाती में इजाफा हो रहा है.