GRAYCIN हर्बल उत्पाद विकसित किए हैं जो रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ावा देने के साथ-साथ सूखी खांसी के लक्षणों को कम करने में भी मददगार हो सकते हैं,
हर्बल उत्पादों का इस्तेमाल काफी तेजी से बढ़ रहा है चाहे वो दवा हो या फिर शरीर को स्वस्थ व सुंदर बनाए रखने वाले उत्पाद हों।
एक घटना से हुई पुष्टि : कनाडियन मेडिकल एसोसिएशन जर्नल में प्रकाशित एक शोध के मुताबिक, हर्बल उत्पाद अच्छे हैं लेकिन इनका जरूरत से ज्यादा इस्तेमाल करना शरीर के लिए हानिकारक है। कनाडा में हुई एक घटना से इस बात की पुष्टि हुई है। यहां एक कनाडियन व्यक्ति ने मुलैठी की जड़ से बनी घरेलू चाय का अत्यधिक सेवन कर लिया जिसके बाद उसे उच्च रक्तचाप की समस्या उत्पन्न होने के चलते अस्पताल में भर्ती कराया गया।
कनाडा में मैकगिल यूनिवर्सिटी के जीन-पियरे फलेट का कहना है कि कुछ हर्बल उत्पादों का अधिक मात्रा में सेवन करने से हानिकारक दुष्प्रभाव हो सकते हैं। उन्होंने कहा कि मुलैठी की जड़ से निकले अर्क वाले उत्पाद रक्तचाप को बढ़ा सकते हैं जिससे सिरदर्द और सीने में दर्द रहने की संभावना रहती है। इनके अत्यधिक सेवन से जल प्रतिधारण (शरीर के अंगों में पानी का जमाव) की समस्या पैदा होती है और पोटेशियम का स्तर कम हो जाता है।
कई तरह की परेशानियां : शोधकर्ताओं के अनुसार, मुलेठी जड़ से बनी घरेलू चाय के सेवन के चलते कनाडा के 84 वर्षीय व्यक्ति में उच्च रक्तचाप उत्पन्न हुआ। शोध के मुताबिक, उसका रक्तचाप गंभीर रूप से बढ़ा हुआ था और वह सिरदर्द, सीने में दर्द, हल्की संवेदनशीलता, थकान और पिंडलियों में द्रव के अवरोधन से जूझ रहा था।
अस्पताल में उपचार के दौरान उस व्यक्ति ने चिकित्सकों को बताया कि वह पिछले दो हफ्तों से मुलैठी जड़ से निकले अर्क से बनी घरेलू चाय रोजाना एक से दो गिलास पी रहा था। बता दें कि मध्य पूर्व और यूरोप के कुछ हिस्सों में मुलेठी की चाय काफी लोकप्रिय है और इसका अर्क रमजान के दौरान मिस्र में विशेष रूप से प्रसिद्ध है।