काठमांडू। भारत की वित्तीय सहायता से नेपाल के कोशी प्रांत में दो मॉड्यूलर पुलों का उद्घाटन किया गया। काठमांडू स्थित भारतीय दूतावास में राजदूत नवीन श्रीवास्तव ने 20 अगस्त को नेपाल के भौतिक अवसंरचना एवं परिवहन मंत्री देवेंद्र दहल के साथ संयुक्त रूप से कोशी प्रांत के इलम जिले में पुवा खोला पर निर्मित 48.8 मीटर लंबे मॉड्यूलर पुल का उद्धाटन किया। इसके बाद उन्होंने पंचथर जिले में हेवा खोला पर निर्मित 70 मीटर लंबे मॉड्यूलर पुल का उद्घाटन किया, जो कि कोशी प्रांत के उत्तरी और दक्षिणी हिस्सों को जोड़ने वाला नेपाल में अब तक का सबसे लंबा पुल है।
नेपाल में सितंबर 2024 में आई भयानक बाढ़ के बाद कई पुल बह गए थे, जिससे मुख्य संपर्क मार्ग अवरुध हो गए थे। बड़े स्तर पर हुए इंफ्रास्ट्रक्चर नुकसान के बाद भारत ने अपनी ‘पड़ोसी प्रथम’ नीति पर चलते हुए क्षतिग्रस्त महत्वपूर्ण सड़क अवसंरचना को बहाल करने और कनेक्टिविटी बढ़ाने के लिए विशेष अनुदान के तहत नेपाल को 10 पूर्वनिर्मित स्टील पुल प्रदान करने का फैसला किया था।
काठमांडू स्थित भारतीय दूतावास ने एक बयान में बताया कि ये दोनों पुल भारतीय अनुदान के तहत प्रदान किए जाने वाले 10 पूर्वनिर्मित स्टील पुलों में शामिल हैं। नेपाल के विभिन्न हिस्सों में संपर्क बढ़ाने के लिए तीन अन्य पुल पहले ही बनाए जा चुके हैं।
भारतीय दूतावास ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर लिखा भारतीय राजदूत और नेपाल के भौतिक अवसंरचना एवं परिवहन मंत्री ने संयुक्त रूप से पंचथर जिले में हेवा खोला पर निर्मित 70 मीटर लंबे मॉड्यूलर पुल का उद्घाटन किया। यह पुल कोशी प्रांत के उत्तरी और दक्षिणी हिस्सों को जोड़ने वाला नेपाल में अब तक का सबसे लंबा पुल है। भारत ने सितंबर 2024 में आई बाढ़ से क्षतिग्रस्त महत्वपूर्ण सड़क अवसंरचना को बहाल करने और कनेक्टिविटी बढ़ाने के लिए अनुदान के तहत नेपाल को 40 करोड़ नेपाली रुपये से अधिक की लागत से 10 पूर्वनिर्मित स्टील पुल प्रदान किए हैं।
(रिपोर्ट. शाश्वत तिवारी)
