नई दिल्ली। विदेश मंत्रालय ने मंगलवार को कोमोरोस, फिजी, मेडागास्कर और सेशेल्स में 20 लाख डॉलर की सौर परियोजनाओं को संचालित करने के लिए अंतरराष्ट्रीय सौर गठबंधन (आईएसए) के साथ एक परियोजना कार्यान्वयन समझौते पर हस्ताक्षर किए।
विदेश मंत्रालय ने एक बयान में बताया कि भारत की ओर से क्वाड जलवायु कार्य समूह की पहल के तहत हिंद प्रशांत देशों में नए सौर प्रोजेक्ट्स में 20 लाख डॉलर का निवेश करने की प्रतिबद्धता जताई गई है। आईएसए, परियोजना कार्यान्वयन एजेंसी (पीआईए) के रूप में भारत से वित्तीय सहायता के साथ इन चारों देशों को कार्यक्रम संबंधी सहायता प्रदान करेगा।
विदेश मंत्रालय ने कहा आईएसए द्वारा किए गए एक अध्ययन के अनुसार, सौर परियोजनाओं के लिए विचाराधीन देशों में कृषि उत्पादों की खराब होने की संभावना, स्वास्थ्य केंद्रों में अविश्वसनीय बिजली आपूर्ति और दूरदराज के क्षेत्रों में सिंचाई उद्देश्यों के लिए ऊर्जा संबंधी मुद्दे हैं, जहां ग्रिड बिजली आपूर्ति या सौर मिनी ग्रिड अभी तक उपलब्ध नहीं हैं। परियोजना प्राप्तकर्ता देशों के साथ चर्चा के आधार पर, कोल्ड स्टोरेज, स्वास्थ्य देखभाल सुविधाओं के सौरकरण और सौर जल पंपिंग सिस्टम के क्षेत्रों में सौर परियोजनाओं पर विचार किया जा रहा है। इन परियोजनाओं के सफल क्रियान्वयन से इन इंडो-पैसिफिक देशों में ऊर्जा पहुंच में वृद्धि, रोजगार सृजन और विश्वसनीय एवं गुणवत्तापूर्ण बिजली आपूर्ति प्रदान करने की उम्मीद है।
बयान में कहा गया है कि ऊर्जा और बिजली के विश्वसनीय और सुरक्षित स्रोतों तक असमान पहुंच ने दुनिया भर के देशों और समुदायों के लिए समग्र आर्थिक विकास और सामाजिक न्याय को बाधित किया है। इन देशों को जलवायु परिवर्तन से संबंधित चुनौतियों का समाधान करने में मदद करने के लिए सौर ऊर्जा एक व्यवहार्य समाधान है। इन देशों में भारत के स्वच्छ ऊर्जा निवेश का यह नया दौर जलवायु परिवर्तन से निपटने और स्वच्छ ऊर्जा अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने के लिए क्वाड की प्रतिबद्धता को मजबूत करने में मदद करेगा, जिससे नागरिकों के जीवन पर सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा।
(रिपोर्ट. शाश्वत तिवारी)