नई दिल्ली। भारत सरकार ने प्राकृतिक आपदाओं के कारण खाद्य संकट से जूझ रहे चार देशों को मानवीय सहायता के तौर पर राहत सामग्री भेजी है। भारत ने मंगलवार को उष्णकटिबंधीय तूफानों से बुरी तरह प्रभावित अल साल्वाडोर के लोगों के लिए राहत सामग्री की दूसरी खेप भेजी। इससे पहले भारत ने अल नीनो घटना के कारण उत्पन्न भयंकर सूखे से जूझ रहे मलावी, जाम्बिया और जिम्बाब्वे को खाद्य सामग्री भेजी।
ग्वाटेमाला में भारतीय दूतावास ने मंगलवार को सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर लिखा जून 2024 में उष्णकटिबंधीय तूफानों से प्रभावित अल साल्वाडोर के लोगों के लिए भारत सरकार द्वारा भेजी गई एचएडीआर राहत सामग्री की दूसरी किस्त अल साल्वाडोर के बाहरी संबंध मंत्रालय को प्राप्त हो गई है। भारत अल साल्वाडोर सरकार को 50 टन राहत सामग्री दान करने के लिए प्रतिबद्ध है। बता दें कि इससे पहले भारत की ओर से अल साल्वाडोर को अगस्त के अंतिम सप्ताह में राहत सामग्री की पहली किस्त भेजी थी।
विदेश मंत्रालय ने बुधवार को एक बयान में कहा भारत सरकार ने अल नीनो घटना के कारण उत्पन्न भयंकर सूखे के कारण पैदा हुए खाद्यान्न घाटे को दूर करने के लिए मलावी गणराज्य की सरकार और उसके लोगों, जाम्बिया गणराज्य की सरकार और उसके लोगों तथा जिम्बाब्वे गणराज्य की सरकार और उसके लोगों को मानवीय सहायता प्रदान की है।
खाद्यान्न की खेप न्हावा शेवा बंदरगाह से मलावी (1000 मीट्रिक टन चावल), जाम्बिया (निर्धारित 2500 मीट्रिक टन मक्का में से 1300 मीट्रिक टन मक्का की पहली खेप) और जिम्बाब्वे (1000 मीट्रिक टन चावल) के लिए भेजी गई है।
मंत्रालय ने कहा यह सहायता भारत के ‘वसुधैव कुटुम्बकम’ के सिद्धांत, साउथ-दक्षिण सहयोग की भावना और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा रेखांकित अफ्रीका के प्रति हमारी अटूट प्रतिबद्धता को दर्शाती है। भारत सभी मित्र देशों को उनकी जरूरत के समय सहायता प्रदान करने और हमारे दीर्घकालिक एवं घनिष्ठ संबंधों को और मजबूत करने के लिए तैयार है।
(रिपोर्ट. शाश्वत तिवारी)