नई दिल्ली। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने बीते सप्ताह अपने तिमोर लेस्ते के आधिकारिक दौरे के दौरान डिलि में राष्ट्रपति रामोस होर्ता की मेजबानी में आयोजित ‘द होर्ता शो’ में भागीदारी की। इस अवसर पर राष्ट्रपति मुर्मू ने विश्व की महिलाओं को एक प्रेरणादायक और विशेष संदेश दिया।
एक दिलचस्प और अनूठी बातचीत में हाशिए पर पड़े समुदायों को सशक्त बनाने के लिए भारत सरकार द्वारा की गई पहल और महिला सशक्तिकरण के लिए अपने दृष्टिकोण के बारे में स्पष्ट रूप से बात की।
उन्होंने कहा परिवार हो, समाज हो, देश हो या पूरा विश्व हो… हमें आगे बढ़ाने के लिए, विकास करने के लिए महिलाओं को भी आगे बढ़ना जरूरी है। समाज आज आधुनिक हो गया है। एक दिन था, जब महिलाएं घर के अंदर ही रहती थीं। मगर आज सभी को समझ आ गया है कि सभी को आगे बढ़ना है। परिवार को आगे बढ़ाना है, समाज को आगे बढ़ाना है, देश को आगे बढ़ाना है।
राष्ट्रपति ने कहा कि अब समय बदल चुका है और हर क्षेत्र में महिलाओं की भागीदारी बढ़ रही है। महिलाएं अलग-अलग क्षेत्रों में बड़े पदों पर हैं।
उन्होंने देश-दुनिया की महिलाओं को प्रोत्साहित करते हुए कहा भारत में तो महिलाओं को मातृशक्ति कहते हैं। उनके अंदर बहुत शक्ति है। उसके अंदर संघर्ष करने की शक्ति है, बहुत सारी परिस्थितियों का सामना करने की शक्ति है। हमें परिस्थितियों का सामना करना है और आगे बढ़ना है। क्योंकि पॉलिटिक्स में हो, या बिजनेस में हो या एजुकेशन हो, कोई भी क्षेत्र आसान नहीं है। हमें इसी चीज के साथ हमें जूझना है, संघर्ष करना है और कंधे से कंधा मिलाकर आगे बढ़ना है और परिवार तथा समाज के साथ ही देश को आगे बढ़ाना है। इसलिए हमें संघर्ष करना चाहिए, हमें प्रयास करना चाहिए, आगे बढ़ना चाहिए।
(रिपोर्ट. शाश्वत तिवारी)