कोलंबो। श्रीलंका में तीर्थयात्रियों की सहूलियत के लिए ट्रांजिट हाउस (पारगमन घर) के निर्माण को लेकर भारतीय अनुदान के तहत अतिरिक्त धनराशि आवंटित की गई है।
मन्नार, मधु श्राइन में आने वाले तीर्थयात्रियों के लिए भारत की आर्थिक सहायता से 96 ट्रांजिट घरों का निर्माण किया जाना है, जिसे लेकर भारत ने अपने अनुदान के तहत दी जाने वाली धनराशि में इजाफा किया है। श्रीलंका में भारत के उच्चायुक्त संतोष झा और शहरी विकास एवं आवास मंत्रालय में सचिव डब्ल्यू. एस. सत्यानंद ने परियोजना से संबंधित तौर-तरीकों को औपचारिक रूप देने के लिए मंगलवार को राजनयिक पत्रों पर हस्ताक्षर किए और उनका आदान-प्रदान किया।
कोलंबो स्थित भारतीय उच्चायोग ने एक बयान में कहा मधु तीर्थ, मन्नार में कम लागत वाली ट्रांजिट हाउसिंग निर्माण परियोजना से संबंधित तौर-तरीकों को औपचारिक रूप देने के लिए राजनयिक पत्रों पर हस्ताक्षर किए गए। यह भारत सरकार द्वारा परियोजना के लिए लगभग 100 मिलियन एसएलआर का अतिरिक्त अनुदान प्रदान करने के निर्णय के परिणामस्वरूप हुआ है। परियोजना के लिए भारत सरकार की कुल प्रतिबद्धता अब 400 मिलियन एसएलआर से अधिक हो गई है।
दरअसल भारत सरकार ने आर्थिक संकट का सामना कर रहे श्रीलंका में जारी परियोजनाओं से जुड़ी निर्माण सामग्री की लागत में उल्लेखनीय वृद्धि के प्रभाव को कम करने के साथ-साथ उन्हें शीघ्रता से पूरा करने के लिए नौ चालू अनुदान परियोजनाओं में अतिरिक्त धनराशि डालने का निर्णय लिया था। मधु तीर्थ, मन्नार में कम लागत वाली ट्रांजिट हाउसिंग निर्माण परियोजना उक्त नौ परियोजनाओं में से एक है।
उच्चायोग ने कहा मधु तीर्थस्थल पर भारत सरकार के अनुदान से अब कुल 96 ट्रांजिट हाउस बनाए जाएंगे, जिनका उपयोग तीर्थस्थल पर आने वाले तीर्थयात्री कर सकेंगे। परियोजना अभी चल रही है और प्रस्तावित ट्रांजिट हाउस निर्माण के विभिन्न चरणों में हैं।
(रिपोर्ट. शाश्वत तिवारी)