सहयोग बढ़ाने को लेकर भारत और जापान के विदेश मंत्रियों ने की मुलाकात
भारत जापान फोरम के उद्घाटन कार्यक्रम में शामिल होने के लिए जापान के विदेश मंत्री योशिमासा हयाशी भारत आए हुए हैं। जापानी विदेश मंत्री योशिमासा हयाशी ने कहा कि स्वतंत्र और खुले इंडो-पैसिफिक क्षेत्र को सुनिश्चित करने के लिए भारत एक अपरिहार्य भागीदार है। साथ ही उन्होंने कहा कि टोक्यो और नई दिल्ली एक साथ इस क्षेत्र में सहयोग का और विस्तार करना चाहेगा। जापानी विदेश मंत्री ने कहा कि जब तक कि ग्लोबल साउथ के सामने आने वाली चुनौतियों से प्रभावी ढंग से नहीं निपटा जाता, तब तक अंतरराष्ट्रीय कानून को कायम रखने का आह्वान केवल एक नारे की तरह लगेगा।
योशिमासा हयाशी ने कहा कि दोनों देशों के द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने के लिए जरूरी है कि हम लोगों के बीच आदान-प्रदान को बढ़ावा दें। इसके लिए साल 2023 को जापान इंडिया टूरिज्म ईयर एक्सचेंज नाम दिया गया है। कार्यक्रम में भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर भी मौजूद रहे। इस दौरान अपने संबोधन में भारतीय विदेश मंत्री ने कहा कि भारत के लिए जापान वास्तव में मायने रखता है। जापान कई मायनों में अनुकरणीय आधुनिकीकरणकर्ता है। आज प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में हमारा भी आधुनिकीकरण हुआ है, जिसमें जापान हमारा स्वभाविक सहयोगी है।
इससे पहले भारत और जापान ने गुरुवार को रक्षा उपकरणों व प्रौद्योगिकी के क्षेत्रों में विस्तार करने के तरीकों के अलावा सेमीकंडक्टर जैसी महत्वपूर्ण व उभरती हुई प्रौद्योगिकियों में संभावित सहयोग की संभावनाओं को तलाशा। विदेश मंत्री जयशंकर और उनके जापानी समकक्ष योशिमासा हयाशी ने व्यापक वार्ता में स्वतंत्र, खुले एवं समृद्ध हिंद-प्रशांत को सुनिश्चित करने के लिए भारत और जापान के बीच मजबूत एवं टिकाऊ साझीदारी की अहम भूमिका पर जोर दिया।
(रिपोर्ट: शाश्वत तिवारी)