लखनऊ
कहते हैं कि आपको ज्ञान कितना भी क्यों ना हो जाए लेकिन बिना गुरु के आपको सही मार्ग और सही स्थान नहीं मिलता
आज गुरु पूर्णिमा के अवसर पर राजधानी लखनऊ के पपनामऊ चिनहट में स्थित सत्संग आश्रम के संस्थापक और महामंडलेश्वर श्री 1008 अभयानंद सरस्वती जी के सानिध्य में सैकड़ों शिष्यों ने आज आश्रम पहुंचकर गुरुजी का आशीर्वाद सानिध्य और मार्गदर्शन प्राप्त किया
कोई भी व्यक्ति कितना भी भटका हो यदि महामंडलेश्वर गुरुजी अभयानंद सरस्वती जी के सानिध्य में चरणों में संपूर्ण त्याग के साथ शरण में आता है तो उसे गुरुजी का आशीर्वाद और मार्गदर्शन अवश्य ही प्राप्त होता है और वह भटका हुए व्यक्ति का कल्याण होता है उसे सही दशा और सही दिशा प्राप्त हो जाती है गुरु जी की आश्रम की सेवा प्रदेश के कई कोने में चल रही है जहां पर सैकड़ों की संख्या में आचार्य गणों की शिक्षा दीक्षा होती है और उनका संपूर्ण भरण पोषण रहन-सहन खानपान आदि की व्यवस्था गुरु जी के आशीर्वाद से होती है यह आज के दौर में बहुत ही बड़ी बात है कि आज ऐसा भी कोई व्यक्ति है जो समाज को सही दिशा और दशा देने के साथ-साथ बेहतर आचार्यों का भी गठन किया जा रहा है
वहां पर गुरु जी के शिष्य वरुण तिवारी जी से जब बात की गई तो उन्होंने कहा कि जब से हम गुरुजी के शरण में आए हैं तब से हमे सांसारिक भटकाव से शांति मिली है हमे गुरू जी का मार्गदर्शन आशीर्वाद निरंतर प्राप्त होता रहता है हम सभी भक्तों से यही आग्रह करते हैं कि गुरु जी का मार्गदर्शन और आशीर्वाद अवश्य प्राप्त करें जिससे आपके साथ साथ आपके परिवार का भी कल्याण हो