प्रोजेक्ट संबंध के हिस्से के रूप में 11 गोरखा राइफल्स रेजिमेंटल सेंटर लखनऊ द्वारापूर्वसैनिकों के लिए एक आउटरीच कार्यक्रम आयोजित किया गया।

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प्रोजेक्ट संबंध के हिस्से के रूप में 11 गोरखा राइफल्स रेजिमेंटल सेंटर लखनऊ द्वारा
पूर्वसैनिकों के लिए एक आउटरीच कार्यक्रम आयोजित किया गया।

लखनऊ, 08 जून 2023

मुख्यालय मध्य यूपी सब एरिया (मुप्सा), लखनऊ के तत्वावधान में, रिकॉर्ड 11 गोरखा राइफल्स और 11 गोरखा राइफल्स रेजिमेंटल सेंटर (11जीआरआरसी) की एक टीम द्वारा प्रोजेक्ट संबंध के हिस्से के रूप में पूर्व सैनिकों, वीर नारियों और विधवाओं के शिकायतों का समाधान करने के लिए 08 जून 2023 को 1030 बजे से जिला सैनिक बोर्ड, जिला सीतापुर में एक आउटरीच कार्यक्रम का आयोजन किया गया। 

इस दौरान ब्रिगेडियर नवदीप सिंह, ओआईसी रिकॉर्ड्स और 11 जीआरआरसी के कमांडेंट, मुख्य रिकॉर्ड अधिकारी, वरिष्ठ रिकॉर्ड अधिकारी, चिकित्सा अधिकारी, सीतापुर और रेजिमेंटल चिकित्सा अधिकारी के साथ उपस्थित हुए। इस अवसर पर ब्रिगेडियर नवदीप सिंह ने उपस्थितजनो को संबोधित भी किया।

इस कार्यक्रम के आयोजन का मुख्य उद्देश्य डीआईएवी पोर्टल पर पंजीकरण, स्पर्श का निवारण, पेंशन विसंगतियों, चिकित्सा जांच, पूर्व सैनिकों और वीर नारियों के डेटा बैंक का संग्रह और केंद्र और राज्य द्वारा संचालित राज्य और केंद्र सरकार की योजनाओं से होने वाले लाभों के बारे में जानकारी उन्हें जानकारी देना था ।

इस कार्यक्रम में द्वितीय विश्व युद्ध के पूर्व सैनिकों की दो विधवाओं, बैटल कैजुअल्टी की दो विधवाओं और 224 पूर्व सैनिकों ने भाग लिया। कमांडेंट 11 जीआरआरसी द्वारा विश्व युद्ध विधवा एवं तीन अन्य युद्ध/शारीरिक विधवाओं को शाल भेंट कर सम्मानित किया गया। पायनियर शिव बरन की पत्नी जावित्री देवी नाम की एक विधवा ने बताया कि उनके पेंशन संबंधी सभी दस्तावेज अग्नि दुर्घटना में जल गए थे और मामले पर तुरंत मुख्य अभिलेख अधिकारी द्वारा कार्रवाई की गई और पेंशन भुगतान आदेश की प्रति सहित सभी आवश्यक दस्तावेजों को पायनियर कोर रिकॉर्ड्स से व्यवस्थित किया गया और पीसीडीए (पेंशन), प्रयागराज द्वारा आउटरीच के दौरान ही उन्हें प्रदान किया गया। सभी भूतपूर्व सैनिक, वीर नारी, आश्रित एवं पारिवारिक पेंशनभोगी संतुष्ट होकर वापस गये।

इस आयोजन को सफल बनाने के लिए जिला प्रशासन सहित जिला सैनिक बोर्ड, सीतापुर के कर्मचारियों ने भी पूरा सहयोग दिया ।

कमांडेंट और मुख्य अभिलेख अधिकारी ने मरणोपरांत परमवीर चक्र से अलंकृत कैप्टन मनोज पांडेय स्मारक पर माल्यार्पण भी किया । अधिकारियों ने कैप्टन मनोज पांडे के पैतृक गांव रूधा गांव का भी दौरा किया, जहां उन्होंने कैप्टन मनोज पांडेय के गांव के लोगों और परिवार के सदस्यों के साथ बातचीत की। विजिटिंग ऑफिसर ने एसडीएम, ग्राम विकास अधिकारी और ग्राम सरपंच द्वारा किए गए कार्यों की सराहना की जिन्होंने अपनी पहल पर स्मारक का जीर्णोद्धार किया और जाबांज योद्धा के नाम पर एक पुस्तकालय बनाया। उन्होंने ग्राम सरपंच को यह भी आश्वासन दिया कि 11 जीआरआरसी, पुस्तकालय के लिए किताबें और रूधा गांव में बनाए गए अमृत तालाब के लिए औषधीय पौधे दान करेगा।

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