भूटान ने मनाया अंतर्राष्ट्रीय बाजरा वर्ष: मिशन लाइफ़ के लिए बाजरा के महत्व पर प्रकाश भी डाला
2022 में भारत सरकार ने महासभा के 75वें सत्र में वर्ष 2023 को अंतर्राष्ट्रीय बाजरा वर्ष (IYM) के रूप में मान्यता देने के लिए एक प्रस्ताव प्रायोजित किया था। प्रस्ताव को सर्वसम्मति से खाद्य और कृषि संगठन (एफएओ) साथ ही महासभा के सदस्यों द्वारा समर्थित किया गया था।
जैसा कि हमने 2023 में प्रवेश किया है, साथ ही भारत भी जी20 की अध्यक्षता कर रहा है। बाजरा के बारे में जागरूकता बड़े पैमाने पर बनाई जा रही है। न केवल भारत बल्कि इसके सहयोगी भी IYM को मनाने में भाग लेते रहे हैं। हाल ही में भूटान ने इंडिया हाउस, थिम्पू में ‘मिलेट्स फॉर मिशन लाइफ़ पर फोकस के साथ आईवाईएम मनाया। यह 6 दिवसीय उत्सव था, जो 17 मार्च को शुरू हुआ और बुधवार को समाप्त हुआ। समारोह में बड़ी संख्या में भूटानी गणमान्य व्यक्ति, वरिष्ठ सरकारी अधिकारी, व्यवसायिक अधिकारी, रसोइया, नागरिक समाज संगठनों के प्रतिनिधि और भारतीय समुदाय के सदस्य बड़ी संख्या में उपस्थित थे।
भूटान में भारतीय राजदूत सुधाकर दलेला ने बाजरा के वैश्विक उत्पादन और खपत में भारत की भूमिका पर प्रकाश डाला। मिशन LiFE (पर्यावरण के लिए जीवन शैली) के विषय के साथ सिंक में आहार के लिए मुख्य आहार के रूप में बाजरा पेश करना, पर्यावरण की रक्षा के लिए जीवन शैली में बदलाव करना सम्बंधित विषय पर प्रकाश डाला।
उत्सव के दौरान कई बाजरे के व्यंजन भी प्रदर्शित किए गए। भूटान में भारतीय दूतावास ने ट्वीट किया श्रीमती हिमांशु कपूर, ओम् केसांग चोएडन और होटल ताज ताशी भूटान द्वारा क्यूरेट किए गए बाजरे के व्यंजनों की रमणीय सरणी – फॉक्सटेल सलाद और मूस, बार्नयार्ड गाजर का हलवा, केसरी खीर, मेम्जा डेंगो (उबला हुआ बाजरा आटा), मेम्जा शामदे (बाजरा मिक्स), लोम जाजू (स्वादिष्ट सूप) और ज्वार चिल्ला बनाया।
इस तरह का उत्सव भारत के अपने पड़ोसियों के साथ उस तरह की साझेदारी को दर्शाता है, जो ‘मिरेकल मिलेट्स की भूली हुई विरासत को पुनर्जीवित करने में भारत का समर्थन कर रहे हैं।
(रिपोर्ट_ शाश्वत तिवारी)