विदेश मंत्री डॉ० एस० जयशंकर लैटिन अमेरिका के तीन प्रमुख देशों ब्राजील, अर्जेंटीना व पराग्वे के दौरे पर हैं। विदेश मंत्री एस० जयशंकर समग्र द्विपक्षीय संबंधों को बढ़ावा देने के उद्देश्य से दक्षिण अमेरिका की अपनी पहली आधिकारिक यात्रा पर हैं साथ ही वह पराग्वे का दौरा करने वाले पहले भारतीय विदेश मंत्री हैं। जयशंकर सोमवार को अपनी यात्रा के पहले पड़ाव के तहत पराग्वे पहुंचे। यहां उन्होंने पराग्वे के विदेश मंत्री जूलियो सीजर एरियोला के साथ सार्थक बातचीत की और इस दौरान उन्होंने सहयोग के नए क्षेत्रों के साथ ही दुनिया की स्थिति पर चर्चा की। गौरतलब है कि उनकी यह यात्रा दोनों देशों के बीच राजनयिक संबंधों की शुरुआत की 60 वीं वर्षगांठ के मौके पर हो रही है।
विदेश मंत्री डॉ० एस० जयशंकर लैटिन अमेरिका के दौरे पर, द्विपक्षीय संबंधो को करेंगे मजबूत।
विदेश मंत्रालय लगातार लैटिन अमेरिका के देशों से अच्छे सबंध बनाने के लिए प्रयासरत है। इससे पहले विदेश राज्य मंत्री मीनाक्षी लेखी ने 28 अप्रैल से 05 मई तक मध्य और दक्षिण अमेरिका के तीन देशों का दौरा किया था। पनामा, होंडुरास और चिली की यात्रा के दौरान उनके साथ भारत के द्विपक्षीय संबंधों को नई गति प्रदान करने पर चर्चा हुयी थी। साथ ही विभिन्न द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और अंतर्राष्ट्रीय मुद्दे पर भी समझौते हुए थे। भारत ने वहां के किसानों के लिए भी योगदान दिया था जिससे उनको खेती करने में राहत पहुंची।
पराग्वे में भारतीय दूतावास का किया उद्घाटन:
विदेश मंत्री एस० जयशंकर ने सोमवार को दक्षिण अमेरिकी देश पराग्वे में भारतीय दूतावास का उद्घाटन किया। इससे दोनों देशों के बीच रिश्तों को नई ऊंचाइयां मिल सकेंगी। अब तक अर्जेंटीना की राजधानी ब्यूनस आयर्स में स्थित भारतीय दूतावास ही पराग्वे के साथ राजनीतिक संबंधों का संचालन कर रहा था। जयशंकर ने इस अवसर पर कहा, मुझे पूरा विश्वास है कि इस देश में दूतावास के साथ, हमारे बीच सहयोग के अवसर बढ़ेंगे। गौरतलब है कि मार्च 2022 तक, भारत के विश्व स्तर पर 202 मिशन और पोस्ट काम कर रहे हैं।
विदेश मंत्री ने व्यापारिक सभा को भी किया संबोधित:
जयशंकर ने पराग्वे के राष्ट्रपति मारितो अब्दो से भी मुलाकात की और उन्हें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से व्यक्तिगत तौर पर शुभकामनाएं दीं। उन्होंने पराग्वे के औद्योगिक संघ में एक व्यापारिक सभा को संबोधित किया। जयशंकर ने इस सभा में शामिल होने के लिए पराग्वे के वाणिज्य और उद्योग मंत्री लुइस अल्बर्टो कास्टिग्लिओनी को धन्यवाद दिया। इससे पहले जयशंकर ने महात्मा गांधी की एक प्रतिमा का भी अनावरण किया और ऐतिहासिक कासा डे ला इंडिपेंडेंसिया का दौरा किया जहां से दो शताब्दी से अधिक पहले दक्षिण अमेरिकी देश का स्वतंत्रता आंदोलन शुरू हुआ था।