श्रीलंकाई विदेश मंत्री से मुलाकात के दौरान जयशंकर ने उठाया तमिलों का मुद्दा- (रिपोर्ट: शाश्वत तिवारी)

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विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने तीन दिवसीय (6-8 फरवरी) भारत यात्रा पर श्रीलंका के विदेश मंत्री प्रो. जीएल पेइरिस के समक्ष तमिल हितों का मुद्दा उठाया। इस बारे में भारतीय विदेश मंत्रालय ने मंगलवार को एक बयान जारी कर जानकारी दी है।

जयशंकर ने कहा- तमिल लोगों के लिए समानता, न्याय, शांति और सम्मान सुनिश्चित करने से होगा कोलंबो का हित।

जयशंकर ने कहा- तमिल लोगों के लिए समानता, न्याय, शांति और सम्मान सुनिश्चित करने से होगा कोलंबो का हित
अपने बयान में मंत्रालय ने बताया कि श्रीलंका के विदेश मंत्री के साथ बातचीत में जयशंकर ने कहा, कोलंबो के हित एक संयुक्त श्रीलंका के भीतर तमिल लोगों के लिए समानता, न्याय, शांति और सम्मान सुनिश्चित करने से होगा। सत्ता का हस्तांतरण इस प्रक्रिया का एक महत्वपूर्ण पहलू है।
मंत्रालय की तरफ से जारी बयान में यह भी कहा गया कि इसके अलावा दोनों पक्षों ने मानवीय दृष्टिकोण के माध्यम से मछुआरों के मुद्दे को संभालने और आईएमबीएल के साथ घटनाओं से निपटने में हिंसा के उपयोग से बचने के लिए लंबे समय से चली आ रही सहमति को दोहराया।
जयशंकर से मुलाकात के अलावा, पीरिस ने एनएसए अजीत डोभाल और विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला से भी मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने भारत की हालिया सहायता के लिए आभार व्यक्त किया और मानवाधिकार और सुलह पर श्रीलंका सरकार द्वारा उठाए गए कदमों के बारे में जानकारी भी दी।

श्रीलंका के तमिल विधायकों ने की थी बातचीत की मांग:
विदेश मंत्री जयशंकर ने यह मुद्दा पिछले सप्ताह श्रीलंका के तमिल विधायकों द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लिखे गए पत्र के बाद उठाया है। पत्र में विधायकों ने प्रधानमंत्री मोदी से अपील की थी कि 13 वें संशोधन में निर्धारित सभी प्रावधानों को लागू करने और समस्या का स्थायी समाधान खोजने के लिए भारत सरकार राजपक्षे सरकार से बातचीत करे।

श्रीलंका की नौसेना द्वारा गिरफ्तार किए गए भारतीय मछुआरों से अधिकारियों ने की मुलाकात:
श्रीलंका की नौसैनिकों द्वारा गिरफ्तार किए गए भारत के 11 मछुआरों से जाफना स्थित भारतीय उच्चायोग के अधिकारियों ने मंगलवार को मुलाकात की। इस दौरान अधिकारियों ने मछुआरों को खाद्य सामग्री, दवा,कपड़ों के साथ ही कानूनी सहायता भी प्रदान की। इस बारे में भारतीय उच्चायोग ने ट्वीट के जानकारी दी है।
अपने ट्वीट में उच्चायोग ने कहा मछली पकड़ने को लेकर हाल ही में मयिलाड्डी बंदरगाह पर हिरासत में लिए गए 11 भारतीय मछुआरों को जाफना के कांसुलर अधिकारियों ने सामग्री और कानूनी सहायता प्रदान की। कांसुलर अधिकारियों ने मछुआरों के कल्याण की मांग करते हुए फोन कॉल के माध्यम से भारत में उनके परिवार के लोगों से बात भी कराई।
बता दें कि अंतरराष्ट्रीय समुद्री सीमा के पास मछली पकड़ रहे रामेश्वरम के मछुआरों को श्रीलंका की नौसेना के जवानों ने मंगलवार को गिरफ्तार कर लिया था। गिरफ्तार किए गए 11 मछुआरे उन 4,000 मछुआरों में शामिल हैं, जो कल सुबह रामेश्वरम फिशिंग जेटी से 567 नावों के जरिए समुद्र में उतरे थे।
श्रीलंकाई नौसेना ने दावा किया कि पकड़े गए भारतीय मछुआरे अवैध रुप से उनके जल क्षेत्र में मछली पकड़ रहे थे। श्रीलकाई नौसेना के मुताबिक इन 11 भारतीय मछुआरों की गिरफ्तारी अवैध रूप से मछली पकड़ने की गतिविधियों पर अंकुश लगाने के लिए उत्तरी नौसेना कमान द्वारा डेल्फ़्ट द्वीप पर चलाए गए एक विशेष अभियान के तहत की गयी है।

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