कोरोना पर सरकार की विशेष नजर, यूके से भारत पहुंचे यात्रियों से संपर्क करेंगे जिला सर्विलांस अधिकारी..

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स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी ताजा परामर्श में कहा गया कि ब्रिटेन से पहुंचने वाले यात्रियों की टेस्ट यदि निगेटिव आती है तो उन्हें सात दिनों तक होम क्वरंटाइन में रहना होगा।

मुख्य बातें

  • ब्रिटेन से भारत पहुंचे यात्रियों की निगरानी बढ़ाई गई
  • जिला सर्विलांस अधिकारी इन यात्रियों से करेंगे संपर्क
  • होम क्वरंटाइन में रहेंगे टेस्ट में निगेटिव पाए जाने वाले यात्री

नई दिल्ली : ब्रिटेन में कोरोना का नया प्रकार सामने आने के बाद भारत सरकार काफी सतर्क हो गई है। सरकार ने ब्रिटेन से भारत पहुंचे यात्रियों के स्वास्थ्य की निगरानी की दिशा में पहल की है। ब्रिटेन से 25 नवंबर से दिसंबर 2020 के पहले और दूसरे सप्ताह में भारत पहुंचे यात्रियों की स्वास्थ्य की निगरानी की जाएगी। इस समय अवधि में भारत पहुंचे यात्रियों से जिला सर्विलांस अधिकारी संपर्क करेंगे। स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी परामर्श में यात्रियों से अपने स्वास्थ्य की निगरानी करने के लिए कहा गया है।

यात्रियों को आरटी-पीसीआर टेस्ट से गुजरना होगा 
ब्रिटेन से पहुंचने वाले यात्रियों को आरटी-पीसीआर टेस्ट से गुजरना होगा। इस जांच में यदि किसी यात्री टेस्ट पॉजिटिव आती है तो उसके सैंपल की जेनेटिक जांच की जाएगी और उन्हें संस्थागत इकाई में रखा जाएगा। स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी ताजा परामर्श में कहा गया कि ब्रिटेन से पहुंचने वाले यात्रियों की टेस्ट यदि निगेटिव आती है तो उन्हें सात दिनों तक होम क्वरंटाइन में रहना होगा। जबकि पॉजिटिव रिपोर्ट वाले यात्रियों को सरकारी के नियंत्रण वाली संस्थागत इकाई में रखा जाएगा। हाल के दिनों ब्रिटेन से लौटे यात्रियों में 20 लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। 

ब्रिटेन के लिए कई देशों ने अपनी उड़ानें बंद कीं
ब्रिटेन में कोरोना का नया प्रकार सामने आने के के बाद दुनिया के कई देशों ने यूके के लिए अपनी उड़ानों को बंद कर दिया है। भारत ने भी मंगलवार रात से 31 दिसंबर तक ब्रिटेन की अपनी उड़ानें स्थगित कर दीं। साथ ही भारत आए सभी यात्रियों की आरटी-पीसीआर टेस्ट किया गया है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने अंतरराष्ट्रीय यात्रियों को अपने 14 दिनों के यात्रा इतिहास की जानकारी देने के लिए कहा है।  

‘घबराने की जरूरत नहीं’
ब्रिटेन में कोरोना का नया प्रकार मिलने के बाद नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) डॉ वी के पॉल ने मंगलवार को कहा कि घबराने की कोई जरूरत नहीं है, लेकिन अधिक सतर्क रहने की आवश्यकता है। पॉल ने कहा, ‘अपने देश में इस प्रकार के वायरस का पता नहीं लगा… अगर हम जीनोमिक श्रृंखला पर काबू पाते हैं तो हम सुरक्षित रहेंगे।’ उन्होंने कहा कि ब्रिटेन में मिले वायरस का तैयार हो रहे टीकों की संभावना पर कोई प्रभाव नहीं है।

यूके से दिल्ली पहुंचे यात्रियों की जांच की गई 
ब्रिटेन के यात्रियों के लिए मंगलवार को जारी सरकार की एसओपी के अनुसार, संक्रमित पाए जाने वाले लोगों को संस्थागत इकाई में अलग रखा जाएगा। दिल्ली हवाई अड्डे पर कोरोना वायरस जांच का संचालन करने वाली जेनस्ट्रेक्स डायग्नोस्टिक सेंटर की संस्थापक गौरी अग्रवाल ने कहा कि लंदन से दूसरी उड़ान मंगलवार सुबह छह बजे दिल्ली पहुंची। सभी यात्रियों की जांच की गई।

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